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जुलाई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चंद्रयान 2 मिशन लांच करने की योग्यता पर भारी पड़ रहा है अंतर्जातीय विवाह का सदमा

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1. कल से फ़ेसबुक पर तमाम पोस्ट देख रही हूँ जिसका कुल मजमून है कि बेटी को पिता की इज्जत नहीं उछालना चाहिए था या कि आपके घर में ऐसा हुआ होता तब भी क्या आप अपनी बेटी का समर्थन करते? तो पहली बात तो यह कि वीडियो जारी करने का कारण जान लिया जाए. मेरा सवाल है - जब जान पर बनी हो, और बकौल साक्षी, उसके पिता व भाई के साथ उनके आदमी उसे ढूंढ रहे हैं और उसके ससुराल पक्ष को धमकियां दी जा रही हैं, शासन-प्रशासन पिता की जेब में हैं, तो वह अपनी बात रखने के लिए कौन सा रास्ता अपनाए? दूसरी बात ये कि अपने घर में ऐसे ही घर की लड़की अन्तर्जातीय विवाह कर के भाग जाए, तब क्या हम उसका समर्थन करते? सीधा सा सवाल है कि आखिर लड़की को भागना ही क्यों पड़ा? तो जवाब यह कि ये भागना दरअसल परिवार और लड़की के बीच की खाईं को जाहिर करता है. एक 23 साल की लड़की जिसका अब तक का जीवन अपने परिवार के बीच बीता है, वह अपने मन की बात अपनी मां तक से नहीं कह पाई तो क्यों? इसलिए क्योंकि उसे इसका नतीजा पहले से ही पता था. वह जानती थी कि ऐसा करने पर या तो उस पर बंदिशें लग सकती हैं या फिर वह ऑनर किलिंग की भेंट चढ़ सकती है. तो घर से भ

आर्टिकल 15 : फिल्म... 'मजेदार' नहीं थी ...

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किसी फिल्म के धांसू संवादों पर बजने वाली सीटियां व तालियों की गड़गड़ाहट आज पहली बार मन को चुभ रही थीं। अंतिम सीन में अयान रंजन का एक दादी से यह पूछने पर कि 'कौन जात हो?' के बाद ऑडिटोरियम में लगे तेज ठहाकों ने जैसे कानों में दहकते अंगारे रख दिए! बाहर आते दर्शकों के मुंह से जब सुना कि 'फिल्म बड़ी मजेदार थी', लगा फिल्म का उद्देश्य कहीं इसी मजे में खो गया। फिर सोचा हाँ शायद मजेदार ही रही होगी क्योंकि बजबजाते सीवर से निकलने वाले 'उन लोगों' को देखने के हम आदी हो गए हैं। पेड़ से लटकती दो लाशों के आस पास घूमते व खड़े होकर निहारते बच्चों को देखकर हमारा मन नहीं कांपता। एक दृश्य में जहाँ अयान अपने सहयोगियों से उनकी जात पूछ रहे होते हैं उस दृश्य में दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों के ठहाके जातिवादी समाज के आदी होने का अहसास करा रहा होता है। फिल्म की शुरुआत में जब अपनी पहली पोस्टिंग पर नियुक्त हुए एएसपी अयान रंजन के स्वागत में आयोजित पार्टी में शराब की चुस्की लेते हुए सवर्ण अयान एक एससी सहयोगी की प्लेट से चखना उठाने को हाथ बढ़ाते हैं और वह अपनी प्लेट हटाते हुए दूसरा लाने को कहता ह