चंद्रयान 2 मिशन लांच करने की योग्यता पर भारी पड़ रहा है अंतर्जातीय विवाह का सदमा

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1.

कल से फ़ेसबुक पर तमाम पोस्ट देख रही हूँ जिसका कुल मजमून है कि बेटी को पिता की इज्जत नहीं उछालना चाहिए था या कि आपके घर में ऐसा हुआ होता तब भी क्या आप अपनी बेटी का समर्थन करते?
तो पहली बात तो यह कि वीडियो जारी करने का कारण जान लिया जाए. मेरा सवाल है - जब जान पर बनी हो, और बकौल साक्षी, उसके पिता व भाई के साथ उनके आदमी उसे ढूंढ रहे हैं और उसके ससुराल पक्ष को धमकियां दी जा रही हैं, शासन-प्रशासन पिता की जेब में हैं, तो वह अपनी बात रखने के लिए कौन सा रास्ता अपनाए?
दूसरी बात ये कि अपने घर में ऐसे ही घर की लड़की अन्तर्जातीय विवाह कर के भाग जाए, तब क्या हम उसका समर्थन करते? सीधा सा सवाल है कि आखिर लड़की को भागना ही क्यों पड़ा? तो जवाब यह कि ये भागना दरअसल परिवार और लड़की के बीच की खाईं को जाहिर करता है. एक 23 साल की लड़की जिसका अब तक का जीवन अपने परिवार के बीच बीता है, वह अपने मन की बात अपनी मां तक से नहीं कह पाई तो क्यों? इसलिए क्योंकि उसे इसका नतीजा पहले से ही पता था. वह जानती थी कि ऐसा करने पर या तो उस पर बंदिशें लग सकती हैं या फिर वह ऑनर किलिंग की भेंट चढ़ सकती है.
तो घर से भागी हुई लड़कियों के महान असमर्थकों! अपने घर में अपनी बेटियों-बहनों और परिवार के बीच के गैप को भरने की कोशिश कीजिए. वह अपनी बात बेख़ौफ़ होकर इस निश्चिंतता से आपसे कह सके कि उसके साथ आप कोई अनहोनी नहीं कर देंगे.

फिर भी अगर आप पाले के उस ओर खड़े हैं तो दबे रूप में ही सही, आप ऑनर किलिंग का समर्थन कर रहे हैं. जो निश्चित रूप से आपको एक हत्यारा बनाने की प्रक्रिया में आगे बढ़ा रही है.

2.

जब तक अजितेश बतौर बेटे का दोस्त आता रहा, घर की थाली में खाना खाता रहा, तब तक वह पाक साफ रहा और बेटे का इतना बड़ा लख्त ए जिगर रहा कि वह जब अपनी बहन को बरेली से जयपुर छोड़ने गया तब अजितेश उसके साथ एक ही गाड़ी में गया. दिलचस्प बात यह कि इसी सफर के दौरान साक्षी और अजितेश के बीच नजदीकियां बढ़ीं.
अजितेश तब तक बेटे का जिगरी दोस्त बना रहा. फिर एक दिन बेटी ने उसे अपना जीवन साथी चुन लिया और घर से भागकर उससे शादी कर ली. अब अजितेश में तमाम खामियां उभर कर बाहर आ गईं. वह अब एक नंबर का ऐयाश नज़र आ रहा है जिसका तमाम लड़कियों के साथ अफेयर रह चुका है. जिसने अपनी सगाई इसलिए तोड़ दी क्योंकि उसे मनमाफिक दहेज़ नहीं मिला. यह भी नज़र आया कि वह आपराधिक प्रवृत्ति का है. पिस्तौल और बंदूक के साथ उसकी तमाम तस्वीरें मीडिया और सोशल मीडिया पर तैर रही हैं.
खैर हो सकता है कि अजितेश में जो खामियां गिनाई जा रही हैं वे सभी सच हों, यह भी हो सकता है कि वे झूठी हों.

मेरा पॉइन्ट यह है कि अगर अजितेश इतना बड़ा फ्रॉड था तो उसका इस so called इज्ज़तदार परिवार में आना-जाना ही क्यों था? बेटे की संगत पर इज्ज़तदार पिता की नज़र क्यों नहीं गई? बेटे के दोस्त यानी इस आदमी के घर आने जाने पर माँ ने ऐतराज क्यों नहीं जताया? बेटे की ऐसी बुरी संगत है तो खुद बेटे के गुण कितने अच्छे होंगे?

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